पेरिस।
47 ऊंची कूद स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता :
भारतीय पैरा एथलीट निशाद कुमार ने पुरुषों की टी47 ऊंची कूद स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता है। निशाद कुमार हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के रहने वाले हैं. रविवार देर रात हुए मैच में निशाद कुमार ने पुरुषों की टी47 ऊंची कूद स्पर्धा में 2.04 मीटर की छलांग लगाकर पेरिस पैरालंपिक खेलों में रजत पदक जीता ।
पेरिस पैरालिंपिक में यह भारत का सातवां पदक :
अमेरिका के रोडरिक टाउनसेंड-रॉबर्ट्स ने 2.08 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता। निशाद कुमार के शानदार प्रदर्शन से हिमाचल में जश्न का माहौल है और हर तरफ से निषाद को बधाइयां मिल रही हैं.
कैसे कटा था निशाद का हाथ?
घर में रखी चारा काटने की मशीन से उनका हाथ कट गया, जिससे वे अन्य बच्चों से अलग श्रेणी में आ गये, लेकिन उनकी योग्यता और दृढ़ इच्छाशक्ति का कोई मुकाबला नहीं था। इस दौरान उन्होंने दुनिया भर की अलग-अलग चैंपियनशिप में मेडल जीते। पेरिस पैरालिंपिक में सिल्वर जीतने से पहले निशाद ने टोक्यो पैरालिंपिक-2020 में भी देश के लिए सिल्वर जीता था. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब उपमंडल के गांव बदांयू में एक किसान परिवार में जन्मे निषाद ने आठ साल की उम्र में एक दुर्घटना के कारण अपना दाहिना हाथ खो दिया था।